पीएमईजीपी लोन योजना, एक ऐसी पहल है जिसका उद्देश्य भारत के कृषि क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त बनाना है। इस योजना की शुरुआत छत्तीसगढ़ सरकार ने की है, जिसका मकसद महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन प्रौद्योगिकी के माध्यम से आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
विशेषता | विवरण |
---|---|
योजना का नाम | नमो ड्रोन दीदी योजना |
घोषणा की गई | 30 नवंबर, 2023 |
राज्य | पूरे भारत में |
किसने शुरू की | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई |
लाभार्थी | 15,000 महिला स्वयं सहायता समूह (SHGs) |
उद्देश्य | कृषि उत्पादकता बढ़ाने और ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग |
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया | वर्तमान में विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है |
अधिक जानकारी के लिए | प्रेस रिलीज |
Table of Contents
नमो ड्रोन दीदी योजना के बारे में
नमो ड्रोन दीदी योजना के मुख्य उद्देश्य इस प्रकार हैं:
- कृषि उत्पादकता में वृद्धि: ड्रोन प्रौद्योगिकी के माध्यम से कृषि कार्यों को अधिक कुशल और समयबद्ध तरीके से करना।
- महिला सशक्तिकरण: ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें कृषि क्रांति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाना।
- रोजगार सृजन: ड्रोन पायलट, मैकेनिक, और ड्रोन संबंधित अन्य क्षेत्रों में रोजगार के अवसर प्रदान करना।
- आत्मनिर्भर भारत: ड्रोन प्रौद्योगिकी के माध्यम से भारत को कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाना।
- प्रशिक्षण और विकास: महिलाओं को ड्रोन चलाने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करना और उन्हें नई तकनीक से परिचित कराना।
इस योजना के माध्यम से, सरकार ने 15,000 महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन प्रौद्योगिकी से लैस करने का लक्ष्य रखा है, जिससे वे कृषि कार्यों में अधिक सक्षम और उत्पादक बन सकें। यह न केवल उनकी आय में वृद्धि करेगा बल्कि कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति भी लाएगा।

रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
योजना में पंजीकरण की प्रक्रिया के बारे में वर्तमान में विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है। हालांकि, सरकार द्वारा जल्द ही इसके लिए एक आधिकारिक वेबसाइट और ऑनलाइन पोर्टल की शुरुआत की जा सकती है, जहां इच्छुक महिला स्वयं सहायता समूह आसानी से पंजीकरण कर सकेंगे। पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेजों और विस्तृत प्रक्रिया की जानकारी भी इस पोर्टल पर उपलब्ध कराई जाएगी।
पात्रता मापदंड
नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत पात्रता मानदंड और कार्यान्वयन की प्रक्रिया बहुत ही सरल और स्पष्ट है। इस योजना के लिए, वे महिलाएं जो स्वयं सहायता समूहों (SHGs) का हिस्सा हैं, वे पात्र हैं। इसका मतलब है कि यह योजना उन महिलाओं के लिए है जो पहले से ही समूहों में संगठित हैं और कृषि या संबंधित गतिविधियों में सक्रिय हैं।
कार्यान्वयन की प्रक्रिया में, सरकार ने योजना के तहत चयनित महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन प्रौद्योगिकी का प्रशिक्षण और सहायता प्रदान करने की योजना बनाई है। इसमें ड्रोन उड़ाने की तकनीकी जानकारी, कृषि में उनके उपयोग, और रखरखाव के बारे में शिक्षा शामिल है।
योजना के फायदे
नमो ड्रोन दीदी योजना के अनेक लाभ हैं, जो इस प्रकार हैं:
- कृषि उत्पादकता में वृद्धि: ड्रोन का उपयोग करके, महिलाएं अधिक क्षेत्र में और अधिक सटीकता के साथ कीटनाशकों और उर्वरकों का छिड़काव कर सकेंगी।
- समय और श्रम की बचत: ड्रोन प्रौद्योगिकी से, महिलाओं को शारीरिक श्रम से राहत मिलेगी और समय की बचत होगी।
- आय में वृद्धि: इस योजना से महिलाओं को ड्रोन पायलट के रूप में रोजगार मिलेगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
- तकनीकी ज्ञान और कौशल में वृद्धि: महिलाएं नई तकनीकी जानकारी और कौशल सीखेंगी, जो उन्हें अधिक सक्षम बनाएगी।
- पर्यावरणीय लाभ: ड्रोन के उपयोग से कीटनाशकों और उर्वरकों का अधिक सटीक और कम मात्रा में छिड़काव होगा, जिससे पर्यावरण पर प्रभाव कम होगा।
आवश्यक दस्तावेज़
नमो ड्रोन दीदी योजना में पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज़ों की सूची निम्नलिखित है:
- आधार कार्ड: महिला आवेदक की पहचान और पते का प्रमाण।
- बैंक खाता विवरण: वित्तीय लेनदेन के लिए।
- स्वयं सहायता समूह (SHG) का प्रमाणपत्र: समूह के सदस्य होने का प्रमाण।
- कृषि संबंधित दस्तावेज़: जैसे कि खेती के लिए जमीन के दस्तावेज़।
- पासपोर्ट साइज फोटो: आवेदक की हाल की तस्वीर।